Ujjain News : मध्य प्रदेश के उज्जैन, जिसे महाकाल की नगरी के नाम से जाना जाता है, में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह 26 सितंबर को स्वच्छता अभियान के तहत एक अलग अंदाज में नजर आए। स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत कलेक्टर सिंह ने प्रशासनिक संकुल भवन के वॉटर सप्लाई चैंबर का निरीक्षण किया। जब उन्होंने चैंबर को गंदगी से भरा देखा, तो खुद उसमें उतरकर सफाई की। कलेक्टर के इस कदम ने वहां मौजूद सभी लोगों को प्रेरित किया। इस अभियान में कलेक्टर के साथ-साथ कमिश्नर संजय गुप्ता भी शामिल हुए, जिन्होंने झाड़ू उठाकर भवन परिसर की सफाई की। दोनों अधिकारियों ने मिलकर स्वच्छता का संदेश दिया और सभी को स्वच्छता बनाए रखने की प्रेरणा दी।
उज्जैन को स्वच्छता में शीर्ष पर लाने की कोशिश
कलेक्टर नीरज सिंह ने इस स्वच्छता अभियान के दौरान कहा कि उज्जैन को स्वच्छता में देशभर में नंबर-1 बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। आज शहर के सभी सरकारी कार्यालयों में सफाई अभियान चलाया गया, और जब उन्होंने चैंबर में गंदगी देखी, तो तुरंत उसे साफ किया। उज्जैन के प्रशासनिक संकुल भवन में कई अधिकारियों ने भी सफाई में योगदान दिया। इस अभियान में अपर कलेक्टर महेंद्र कवचे, सहायक कलेक्टर गगन मीणा और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
कलेक्टर ने सभी नागरिकों से अपील की कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले इस स्वच्छता ही सेवा अभियान से जुड़ें और शहर को स्वच्छता के क्षेत्र में शीर्ष स्थान दिलाने में सहयोग करें।
उधर, स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान के तहत श्री महाकालेश्वर मंदिर में भी आज सुबह 9 बजे सफाई अभियान चलाया गया। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने इस अभियान की शुरुआत की और कहा कि मंदिर परिसर में गंदगी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। श्री महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के प्रभारी निदेशक डॉ. पीयूष त्रिपाठी ने बताया कि इस अभियान में संस्थान के बटुकों, लड्डू निर्माण इकाई के कर्मचारियों और गौशाला के कर्मचारियों ने भी सहयोग दिया।