Bhopal Stop Deforestation : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में तुलसी नगर और शिवाजी नगर में 29,000 पेड़ों को कटने से बचाने के लिए संघर्ष कर रहे नागरिकों के लिए खुशखबरी आई है।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. मोहन सरकार ने इस मामले पर बयान जारी किया है। पिछले एक सप्ताह से रोजाना हजारों लोग पेड़ों की कटाई रोकने और सरकार के फैसले का विरोध करने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।
भोपाल की जनता ने मुख्यमंत्री के प्रस्ताव को खारिज कर दिया
मध्य प्रदेश सरकार ने मंत्रियों और विधायकों के लिए नए बंगले बनाने के लिए राजधानी भोपाल के तुलसी नगर और शिवाजी नगर इलाके को चुना था, जहां करीब 29,000 पेड़ हैं, जिनमें से कुछ करीब 60 साल पुराने हैं। इन पेड़ों को काटकर सरकारी बंगले बनाए जाने थे।
जब लोगों ने विरोध करना शुरू किया तो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि पेड़ों को काटा नहीं जाएगा, बल्कि उन्हें दूसरे पेड़ों के स्थान पर लगाया जाएगा।
भोपाल की जनता ने इस समाधान को स्वीकार नहीं किया, इसलिए विरोध जारी रहा। रविवार को जब केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के नेता शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया रोड शो कर रहे थे, तो लोगों ने उनके सामने भी विरोध प्रदर्शन किया।
भोपाल के पुनर्विकास का प्रस्ताव खारिज: कैलाश विजयवर्गीय
इसके बाद सोमवार को मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बयान जारी कर बताया कि पर्यावरण संरक्षण और क्षेत्र में विद्यमान वृक्षों की उपस्थिति के मद्देनजर गहन विचार-विमर्श के बाद नए भोपाल के पुनर्विकास की योजना के प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज कर दिया गया है। परीक्षण के लिए वैकल्पिक स्थान तलाशने के निर्देश दिए गए हैं। नए प्रस्ताव के लिए नागरिकों और जनप्रतिनिधियों से प्रारंभिक विचार-विमर्श भी किया जाएगा।