मंदसौर, मध्य प्रदेश – धनतेरस के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश को कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य परियोजनाओं की सौगात दी। पीएम मोदी नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से जुड़े और मध्य प्रदेश में विकास कार्यों की शुरुआत की। मुख्य आयोजन मंदसौर में हुआ, जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ इन विकास कार्यों का शुभारंभ किया।
नए मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों का शुभारंभ
प्रधानमंत्री मोदी ने मंदसौर, सिवनी, और नीमच में नए मेडिकल कॉलेजों और तीन नर्सिंग कॉलेजों की आधारशिला रखी। नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने प्रत्येक मेडिकल कॉलेज के लिए 50 सीटें मंजूर की हैं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने मंदसौर मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण भी किया, जहां मुख्यमंत्री मोहन यादव और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
धार में ईएसआईसी अस्पताल का शिलान्यास
पीएम मोदी ने धार जिले के पीथमपुर में बनने वाले 100 बिस्तरों वाले कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) अस्पताल का भी शिलान्यास किया। इस अस्पताल का निर्माण पीथमपुर के औद्योगिक क्षेत्र में होगा, जिससे स्थानीय श्रमिकों और कर्मचारियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।
इंदौर को मिला 300 बेड का आधुनिक ईएसआईसी अस्पताल
इंदौर के नंदानगर क्षेत्र में 330 करोड़ की लागत से तैयार 300 बेड का अत्याधुनिक ईएसआईसी अस्पताल का वर्चुअल उद्घाटन भी प्रधानमंत्री द्वारा किया गया। यह अस्पताल कर्मचारियों के लिए विशेष स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ तैयार हुआ है, जो पहले 300 बेड से बढ़कर भविष्य में 500 बेड तक विस्तारित किया जाएगा।
75,000 नई मेडिकल सीटों की योजना का हिस्सा
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर 75 हजार नई मेडिकल सीटों की योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत इंदौर समेत देश के 10 अन्य शहरों में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज मंजूर किए गए हैं। यह पहल देशभर में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
वृद्धजनों के लिए आयुष्मान भारत योजना में शामिल करने की पहल
प्रधानमंत्री मोदी ने 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करने की नई योजना का भी उद्घाटन किया। यह पहल वृद्धजनों के लिए सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
धनतेरस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मध्य प्रदेश के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं की सौगातें मिलना राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल प्रदेश के नागरिकों की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और उन्हें उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाओं का लाभ प्रदान करने के लिए समर्पित है।