MP Investment : प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आज जबलपुर में दूसरा रीजनल इन्वेस्टर समिट हो रहा है। इस दौरान हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों की उम्मीद है। इससे पहले उज्जैन में एक और दो मार्च को पहली रीजनल इन्वेस्टर समिट हुई थी, जिसमें करीब 90 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए थे। मुंबई में उद्योगपतियों से चर्चा के दौरान भी प्रदेश में 73 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे।
इंवेस्टर मीट का शुभारंभ
शनिवार सुबह 9 बजे से संस्कारधानी में हो रहे दूसरे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। इस मौके पर वे 80 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन का उद्घाटन भी करेंगे। इस सम्मेलन में 3500 से अधिक प्रमुख उद्योगपति, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधि और प्रमुख विदेशी प्रतिनिधि शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 60 से अधिक इकाईयों का वर्चुअली उद्घाटन करेंगे और उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा भी करेंगे।
क्षेत्रीय सत्रों में निवेश पर चर्चा
जबलपुर और आसपास के क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर केंद्रित 5 क्षेत्रीय सत्र होंगे, जिनमें कृषि, खाद्य एवं डेयरी प्रसंस्करण, रक्षा, खनन एवं खनिज, कपड़ा एवं परिधान, और पर्यटन शामिल हैं। इन सत्रों में उद्योग संघों, स्टार्ट-अप्स, और विशेषज्ञों के साथ राउंड-टेबल चर्चाएं होंगी।
प्रमुख निवेशक
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में बैद्यनाथ समूह, आईटीसी, वोल्वो आयशर, बेस्ट कॉर्प, एसआरएफ, और दावत समूह जैसे प्रमुख औद्योगिक समूह भाग लेंगे। ताईवान, मलेशिया, ब्रिटेन, फिजी, जापान और इंडोनेशिया के प्रमुख विदेशी प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे। एमएसएमई मंत्री चैतन्य काश्यप और पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह के साथ छिंदवाड़ा और जबलपुर सहित अन्य क्षेत्रों के उद्योगपति भी भाग ले रहे हैं।
आगे का सिलसिला
उज्जैन के बाद जबलपुर में यह रीजनल इन्वेस्टर समिट हो रहा है। इसके बाद सितंबर में ग्वालियर और अक्टूबर में रीवा में भी इसी तरह के समिट प्रस्तावित हैं। सागर या दमोह में भी रीजनल समिट आयोजित होगा। 25 जुलाई को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कोयंबटूर में उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे। अगस्त में बेंगलुरु और सितंबर में दिल्ली में भी उनके अन्य उद्योगपतियों से मुलाकात के कार्यक्रम हैं। सितंबर में इंदौर में टेक्सटाइल कॉन्क्लेव प्रस्तावित है।