ग्वालियर: सिंधिया स्कूल के 127वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर ग्वालियर पहुंचे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चेयरमैन, डॉ. एस. सोमनाथ ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने दावा किया कि भारत 2040 तक अपने दम पर अंतरिक्ष में इंसान भेजने में सक्षम होगा।
ग्वालियर स्थित सिंधिया स्कूल के 127वें स्थापना दिवस समारोह को हर साल की तरह इस बार भी विशेष रूप से मनाया गया। पिछली बार इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे थे, जबकि इस वर्ष मुख्य अतिथि के रूप में ISRO के चेयरमैन डॉ. एस. सोमनाथ को आमंत्रित किया गया था।
डॉ. सोमनाथ का स्कूल में स्वागत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निमंत्रण पर हुआ। उन्होंने बच्चों द्वारा आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसमें चंद्रयान 3 का छोटा मॉडल और एक ड्रोन मशीन प्रदर्शित की गई, जिसे एक व्यक्ति बैठकर संचालित कर सकता है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने डॉ. सोमनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा, “डॉ. सोमनाथ का जीवन सभी के लिए प्रेरणा है। कठिनाइयों का सामना कर उन्होंने चंद्रयान को सफल बनाया और अब वह भारत के अंतरिक्ष मिशन को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहे हैं।”
2040 तक अंतरिक्ष में भारतीय मानव मिशन
अपने संबोधन में, डॉ. सोमनाथ ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा, “जीवन में जो भी कार्य करें, उसमें खुशी खोजें। तभी आप सफलता प्राप्त करेंगे।” उन्होंने भारत के बढ़ते हुए स्पेस सेक्टर की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2040 तक भारत अंतरिक्ष में अपने मानव मिशन को अंजाम देगा। इसके अलावा, जल्द ही भारत का अपना स्पेस स्टेशन भी होगा।
यह घोषणा भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक और मील का पत्थर साबित हो सकती है, जो देश को अंतरिक्ष विज्ञान और अनुसंधान में और आगे ले जाएगी।