BageshWar Dham : बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने शनिवार को लालबाग परिसर में आयोजित पांच दिवसीय सेवा मेले के तीसरे दिन संबोधित करते हुए कहा कि आजकल पूरी दुनिया में ‘एआई’ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) ने तहलका मचाया है, लेकिन अब हमें ‘एचआई’ (हिंदू इंटेलेक्चुअल) की ओर कदम बढ़ाने की जरूरत है। उनका कहना था कि हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि हम भारत के पक्ष में हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हिंदू धर्म का पालन करने वाले सभी लोग, चाहे वे मुस्लिम हों या ईसाई, भारत में रहकर हिंदू हैं।
पं. शास्त्री ने आगे कहा कि भारतीय समाज में जातिवाद और ऊंच-नीच की लकीरें खींचकर हिंदुओं को तोड़ने का प्रयास किया गया है। वे मानते हैं कि यह हमें एकजुट होकर हिंदू संस्कृति को बचाने की आवश्यकता है।
हिंदू धर्म का अर्थ
पं. शास्त्री ने अपने संबोधन में हिंदू धर्म को जीवन जीने की शैली बताया। उनका कहना था कि हिंदू धर्म को विभाजित करने के लिए समाज में जाति व्यवस्था को बढ़ावा दिया गया है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि हमें देश को बांग्लादेश बनने से बचाना है, क्योंकि पाकिस्तान के निर्माण के समय वहां हिंदू समुदाय की संख्या 22 प्रतिशत थी, जो अब घटकर केवल 2 प्रतिशत रह गई है।
पं. शास्त्री ने यह भी सवाल उठाया कि जब हिंदू समुदाय को अपना घर छोड़ना पड़ा, तो वह कहां जाएगा। उनका कहना था कि दूसरे धर्मों के लोग दूसरे देशों में जा सकते हैं, लेकिन हिंदू समुदाय के पास ऐसा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने माता-पिताओं से अपील की कि वे अपने बच्चों को गीता-रामायण का पाठ पढ़ाएं और उन्हें अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ें। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि हर मंगलवार को मंदिर जाना और गांव-गांव में एकता की बैठकें आयोजित करना बेहद जरूरी है।
संस्कारों का शृंगार
पं. शास्त्री ने माता-पिताओं को बच्चों के संस्कारों पर भी ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि माताएं ब्यूटी पार्लर जाने के लिए समय निकाल सकती हैं, तो वे अपने बच्चों के संस्कारों से शृंगार करने के लिए क्यों नहीं समय निकाल सकतीं। वे जल्द ही पदयात्रा लेकर आएंगे और 26 फरवरी को 251 जोड़ों का सामूहिक विवाह भी आयोजित करेंगे।
रंगोली की आकर्षक प्रदर्शनी
इस कार्यक्रम में पं. शास्त्री की 16 बाय 16 फीट की रंगोली भी आकर्षण का केंद्र रही। कार्यक्रम में उद्योगपति विनोद अग्रवाल, गुणवंत सिंह कोठारी, महामंडलेश्वर दादू महाराज, रणजीत हनुमान मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट, दीपेश व्यास और अन्य प्रतिष्ठित लोग भी मौजूद थे।